बीस जनवरी, मंगलवार की रात लगभग सवा दस बजे जब भारत के नागरिक सोने की तैयारी कर रहे थे, वाशिंगटन में दिन के पौने बारह बज रहे थे। यही वह क्षण था जिसकी अमेरिका के करोड़ों नागरिक रात भर प्रतीक्षा कर रहे थे।
राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन के दिए पहले भाषण को लिखने वाले विनय रेड्डी तेलंगाना के करीम नगर ज़िले के हैं। विनय रेड्डी जो बाइडन के वरिष्ठ सलाहकार और भाषण लिखने वाली टीम के निदेशक हैं।
जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बन गए, जिसके साथ ही उस देश में एक नए युग की शुरुआत हो गई। बुधवार को वाशिंगटन स्थित कैपिटल हिल पर हुए एक भव्य समारोह में बाइडन ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की संख्या लगभग एक प्रतिशत है, लेकिन राजनीति और समाज में उनके महत्व को इससे समझा जा सकता है कि अगली सरकार में भारतीय मूल के 20 लोग ऊँचे पदों पर होंगे, उन्हें अहम ज़िम्मेदारियाँ दी गई हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने सबसे पहले जिस फाइज़र की वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है उस वैक्सीन को नॉर्वे में लगवाने वाले कम से कम 29 लोगों की मौत हो चुकी है
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पर दूसरी बार महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव्स या प्रतिनिधि सभा ने महाभियोग का प्रस्ताव पारित कर दिया है। प्रस्ताव में राष्ट्रपति ट्रंप पर तीन आरोप लगाए गए हैं।
उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने संशोधन 25 का इस्तेमाल कर डोनल्ड ट्रंप को हटाने से इनकार कर दिया है। इसके बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति को पद से हटाने की संभावना बहुत ज़्यादा है क्योंकि उनके ख़िलाफ़ पेश महाभियोग प्रस्ताव पर बुधवार को मतदान है।
अमेरिकी जाँच एजेन्सी फ़ेडरल ब्यूरो ऑफ़ इनवेस्टीगेशन (एफ़बीआई) ने कहा है कि मौजूदा राष्ट्रपति के समर्थक वाशिंगटन स्थित कैपिटल हिल के अलावा सभी 50 राज्यों के विधायिका परसर में हिंसा और तोड़फोड़ कर सकते हैं।
दुनिया डोनल्ड ट्रंप के जिस भाषण को कैपिटल बिल्डिंग हिंसा के लिए ज़िम्मेदार ठहरा रही है उसको उन्होंने खारिज कर दिया है। ट्रंप ने अपने भाषण को पूरी तरह उचित ठहराया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को पद से हटाने के लिए डेमोक्रेट सदस्यों ने हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव्स में उनके ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। दो डेमोक्रेट सदस्यों और एक रिपब्लिकन सदस्य ने इसे सदन में रखा।
ट्रंप समर्थको पर अब आफ़त आ गयी है। जिन्होंने संसद परिसर कैपिटल बिल्डिंग में घुस कर तोड़फोड़ और गोलीबारी की थी, ऐसे लोगों की धरपकड़ और गिरफ़्तारी हो रही है।
ट्रंप अपनी लड़ाई यह मानते हुए जारी रखना चाहते हैं कि उनकी हार नहीं हुई है बल्कि उनकी जीत पर डाका डाला गया है। मुसीबतों के दौरान ख़ुफ़िया बंकरों में पनाह लेने वाले तानाशाह अपनी पराजय को अंत तक स्वीकार नहीं करते हैं।
राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में 20 जनवरी को भले न जाएं, लेकिन इस समारोह के समय उनके समर्थकों के एक बार फिर हिंसा करने, बवाल मचाने और तोड़फोड़ करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।