पाकिस्तान की हुक़ूमत को शायद ये बात बर्दाश्त नहीं कि उसके ख़िलाफ़ कोई ऐसा बयान दिया जाए जो हिंदुस्तान की मोदी सरकार के हक़ में हो। पूर्व स्पीकर सरदार अयाज़ सादिक़ ने भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को लेकर बयान क्या दिया, इमरान ख़ान सरकार उनके ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज करने की तैयारी में है। अयाज़ को देश का गद्दार भी बताया गया है।
पहले पढ़िए, अयाज़ सादिक़ का बयान। अयाज़ ने पिछले हफ़्ते पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में कहा था कि अभिनंदन के पकड़े जाने के बाद पाकिस्तान के आर्मी चीफ़ जनरल क़मर जावेद बाजवा के पैर कांप रहे थे और उनके माथे पर पसीना था। सादिक़ के मुताबिक़, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने उनसे कहा था कि अभिनंदन को जाने दें क्योंकि रात को 9 बजे हिंदुस्तान हम पर हमला कर रहा है।
अयाज़ के इस बयान को भारत में कुछ न्यूज़ चैनलों ने धुआंधार ढंग से चलाया और यह बताया कि पाकिस्तान में मोदी जी का ख़ौफ़ हाई है। चैनलों ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वाले सियासतदानों को भी निशाने पर लिया। लेकिन अगले ही दिन पाकिस्तान के विज्ञान और प्रोद्यौगिकी मंत्री फ़वाद चौधरी ने अयाज़ सादिक़ के बयान को पूरी तरह ग़लत बताया और पुलवामा हमले को इमरान की हुक़ूमत की उपलब्धि बताया।
अयाज़ को यह बयान भारी पड़ गया है। उनके ख़िलाफ़ उनके निर्वाचन क्षेत्र नेशनल एसेंबली- 129 में पोस्टर लगाए गए हैं। कुछ पोस्टर्स में उन्हें ‘गद्दार-ए-वतन’ बताया गया है। कुछ अन्य पोस्टर्स में लिखा है- ‘अयाज़ सादिक़ मुर्दाबाद’ और ‘मोदी का जो यार है, अयाज सादिक़ गद्दार है।’
इमरान का पलटवार
रविवार को गिलगित-बालटिस्तान पहुंचे इमरान ख़ान ने कहा, ‘मुझे पूरी दुनिया से इस बात के लिए संदेश आए कि पाकिस्तान ने पुलवामा हमले के बाद और आज तक किस तरह का रवैया दिखाया है और सादिक़ कहते हैं कि पाकिस्तान ने डरकर अभिनंदन को छोड़ा।’ इमरान ने कहा कि यही नरेंद्र मोदी के पूरे चुनाव प्रचार का आधार था।
सादिक़़ के बयान पर जवाब देते हुए पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री एजाज़ शाह ने कहा कि हुक़ूमत इस बात पर विचार कर रही है कि वह अयाज़ सादिक़ के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज करे। शाह ने कहा कि उनके ख़िलाफ़ कई शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो भारत का समर्थन करते हैं, उनके लिए अच्छा है कि वे अमृतसर चले जाएं।
अपने सियासी विरोधियों को देशद्रोही का सर्टिफ़िकेट देने की पीएमएल नवाज़ ने मज़म्मत की है।
अयाज़ पाकिस्तान मुसलिम लीग (नवाज़) के नेता हैं। यह मुल्क़ के साबिक वज़ीर-ए-आज़म नवाज़ शरीफ़ की पार्टी है। नवाज़ की बेटी मरियम नवाज़ की क़यादत में पार्टी ने इन दिनों इमरान की हुकूमत, आर्मी चीफ़ बाजवा और आईएसआई के प्रमुख जनरल फैज़ हमीद के ख़िलाफ़ जंग छेड़ी हुई है।
पीडीएम के निशाने पर हैं बाजवा
पाकिस्तान की विपक्षी सियासी जमातों ने हाल ही में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नाम से गठबंधन बनाया है और इसकी ओर से देश में जोरदार रैलियां की जा रही हैं। इन रैलियों में नवाज़ शरीफ़ भी वीडियो लिंक के सहारे जुड़ते हैं और जनरल बाजवा और जनरल फ़ैज़ उनके निशाने पर रहते हैं।
पीडीएम की 25 अक्टूबर को क्वेटा में हुई रैली में नवाज़ शरीफ़ ने कहा था, ‘आज तमाम सवालों के जवाब़ फ़ौज़ को नहीं जनरल क़मर जावेद बाजवा को देने हैं, जनरल फैज़ हमीद (आईएसआई चीफ़) को देने हैं। जनरल बाजवा साहब आपको 2018 के इलेक्शन में पाकिस्तान की तारीख़ की सबसे बड़ी धांधली और अवाम के मेंडेट (जनादेश) की चोरी का हिसाब देना है।’
बाजवा, फ़ैज़ के पक्ष में इमरान
विपक्षी नेताओं को चोर बताते हुए इमरान ख़ान ने कहा कि ये अगर उनके ख़िलाफ़ बोल रहे हैं तो इसका मतलब ये है कि वे लोग (बाजवा और फ़ैज़) ठीक हैं। इमरान ने कहा कि इससे साबित होता है कि उन्होंने इन पदों पर सही लोगों का चयन किया है।
इमरान ने कहा कि वे लोग (विपक्ष) अदालतों, आर्मी को ग़लत बता रहे हैं और उनकी कोशिश हुकू़मत को ब्लैकमेल करने की है जिससे उनके ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार की जांच न हो सके।
इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार के नागरिकता संशोधन क़ानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजंस का भी जिक्र किया और कहा कि ये क़ानून मुसलमानों को निशाना बनाने के लिए बनाए गए हैं।
इमरान ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह यहां अशांति पैदा करने की कोशिश कर रही है लेकिन पाकिस्तान की फ़ौज़ ने उसके इरादों को नाकाम कर दिया है।
अपनी राय बतायें