loader
पाकिस्तान में प्रदर्शन करते हिंदू समुदाय के लोग।

पाकिस्तान: तब्लीग़ी जमात पर जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप, हिंदुओं ने किया प्रदर्शन

पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हिंदुओं ने आरोप लगाया है कि इसलामिक संगठन तब्लीग़ी जमात उनका जबरन धर्मांतरण करा रहा है। हिंदुओं ने कहा है कि तब्लीग़ी जमात के लोगों ने उनका उत्पीड़न किया, उनके घरों को तहस-नहस कर दिया और इसलाम कबूल न करने पर एक हिंदू लड़के का अपहरण कर लिया। 

न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक़, भील समुदाय के लोगों ने जबरन धर्मांतरण और उत्पीड़न के विरोध में प्रदर्शन किया है। इस दौरान एक प्रदर्शनकारी महिला कहती है, ‘हम मरना पसंद करेंगे लेकिन इसलाम कबूल नहीं करेंगे।’ महिला के साथ खड़े दूसरे लोग तब्लीग़ी जमात के ख़िलाफ़ नारे लिखे हुए पोस्टर्स हाथों में लिए हुए हैं। महिला का वीडियो भारत में वायरल हो रहा है। यह प्रदर्शन मटियार के नासूर पुर में हुआ।  

ताज़ा ख़बरें

आईएएनएस के मुताबिक़, महिला कहती है कि उन लोगों की संपत्तियों को हड़प लिया गया, उन्हें पीटा गया और घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है। महिला के मुताबिक़, उन लोगों से कहा गया है कि अगर वे अपने घर वापस आना चाहते हैं तो उन्हें धर्म परिवर्तन कराना होगा। 

एक दूसरे वीडियो में दिख रहा है कि एक महिला ज़मीन पर लेटी हुई है और चिल्ला-चिल्ला कर कह रही है कि उसके बेटे का तब्लीग़ी जमात के लोगों ने अपहरण कर लिया है। महिला अपने बेटे को छोड़ने की अपील करती है। 

भारत में तब्लीग़ी जमात का नाम अचानक से तब चर्चा में आया था, जब मार्च के महीने में दिल्ली के मरकज़ निज़ामुद्दीन में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। पाकिस्तान में भी तब्लीग़ी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 

मानवाधिकार आयोग ने की आलोचना

पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने भी इस बात को कहा है कि देश में अल्पसंख्यक समुदाय पर भयावह, धार्मिक रूप से प्रेरित हमले हुए हैं और इस हिंसा, पूर्वाग्रह और असमानता को ख़त्म करने की दिशा में की गई कोशिशें दिखती ही नहीं हैं। 

आयोग ने बीते समय में हुई घटनाओं की याद दिलाते हुए कहा है कि पंजाब और सिंध में 14 साल की बच्चियों का अपहरण किया गया, उनका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया और शादी के लिए मजबूर किया गया। पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत से हिंदुओं और ईसाइयों के जबरन धर्मांतरण की ख़बरें आना आम बात है। 

आयोग ने आगे कहा है कि बीते कुछ सालों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है और ईश निंदा के आरोपों में भीड़ ने उन पर हमले किए हैं। आयोग के मुताबिक़, हिंदू समुदाय ख़ुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है।

आयोग ने कहा है कि पाकिस्तान में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने का एक लंबा इतिहास रहा है। 

आयोग अपनी रिपोर्ट में कहता है कि लोगों को स्कूलों में इसलामिक शिक्षा पढ़ने के लिए मजबूर किया जाता है। इसके अलावा ईसाइयों के कब्रिस्तान और हिंदुओं के श्मशान के लिए भी देश में पर्याप्त जगह नहीं है। 

दुनिया से और ख़बरें

‘हज़ारों हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण कराया’ 

पाकिस्तान के अंग्रेज़ी अख़बार ‘डॉन’ ने इन घटनाओं पर कई ख़बरें की हैं। 'डॉन' ने उमरकोट ज़िले के सरहंदी श्राइन के गद्दी नशीं पीर मुहम्मद अयूब जन सरहंदी से बातचीत के आधार पर 17 अगस्त, 2017 को एक रिपोर्ट छापी थी। बातचीत के दौरान सरहंदी दावा करते हैं कि उन्होंने हज़ारों हिंदू लड़कियों का इसलाम में धर्मांतरण कराया है। वह कहते हैं, ‘इसमें से अधिकतर लड़कियाँ अनुसूचित जाति से संबंधित भील, मेघवार और कोहली समुदाय की थीं।’ 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें