वैसे, ट्रंप पर झूठ लगने के आरोप नये नहीं हैं। अक्सर उनके बयान या ट्वीट पर सवाल उठते रहते हैं और कहा जाता है कि अमूक बयान या तो झूठ है या ग़लत तथ्य पेश किए गए हैं। ‘न्यूयार्क टाइम्स’ और ‘वाशिंगटन पोस्ट’ जैसे प्रतिष्ठित अख़बारों ने उनके बोले झूठों की पूरी एक शृंखला बनाई है।
जून, 2017 में ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने ट्रंप के झूठ और ग़लत तथ्यों की एक सूची छापी थी। अख़बार ने लिखा था कि अमेरिका के इतिहास में ऐसा कोई भी राष्ट्रपति नहीं पैदा हुआ है जिसने झूठ बोलने में इतना वक़्त गँवाया हो। अमेरिका के तमाम मीडिया हाउसों ने राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप के दस हज़ार से ज़्यादा झूठों का संकलन किया है। इस तरह कल्पना की जा सकती है कि 2017 के बाद इन तीन सालों में ट्रंप ने कितने 'झूठ' बोले होंगे।
हालाँकि ट्रंप की इमेज एक ऐसे नेता के रूप में है जो बदज़ुबान हैं। कहा जाता है कि वह अहंकारी हैं और बड़बोले भी। ट्रंप अपने कई झूठों को लेकर चर्चित रहे हैं। ट्रंप के बारे में मशहूर है कि वह बड़ी बेशर्मी से झूठ बोलते हैं।
लेकिन ट्रंप के झूठ को लेकर इस बार अलग यह है कि इस बार उनके परिवार के सदस्य ने ही झूठा और बिना आचार-व्यवहार वाला व्यक्ति बता दिया है। वह भी ट्रंप की ही अपनी बड़ी बहन ने। बस हुआ इतना है कि ऑडियो को चोरी-छिपे रिकॉर्ड किया गया है।
‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने जो ऑडियो रिकॉर्डिंग पोस्ट की हैं उनमें भी ट्रंप की बड़ी बहन मैरीन ट्रम्प बैरी कुछ ऐसे ही आरोप लगा रही हैं। मैरीन पूर्व संघीय न्यायाधीश भी रही थीं। रिकॉर्डिंग में ट्रंप की बहन मैरीन को राष्ट्रपति के रूप में अपने भाई के प्रदर्शन को नापसंद करना कहते हुए सुना जा सकता है।
एक रिकॉर्डिंग में वह कहती हैं- 'उसका बेकार ट्वीट और झूठ, हे भगवाना!' वह आगे कहती हैं, 'मैं बहुत खुलकर बात कर रही हूँ, लेकिन तुम जानती हो। बातें बदलना। तैयारी की कमी। झूठ।'
मैरीन की भतीजी मैरी एल ट्रम्प एक लेखक हैं और हाल ही में उनकी एक किताब प्रकाशित हुई है। इसका नाम है- 'Too Much and Never Enough: How My Family Created the World’s Most Dangerous Man'। यानी 'बहुत अधिक और ज़्यादा कभी नहीं: मेरे परिवार ने दुनिया का सबसे ख़तरनाक आदमी कैसे बनाया'। इस किताब में उन्होंने लिखा कि मिस्टर ट्रम्प की परवरिश ने उन्हें एक ऐसा नेता बना दिया जिन्हें वह लापरवाह नेता करार देती हैं।
कॉलेज में एडमिशन के लिए ट्रंप की धोखाधड़ी!
मैरीन की भतीजी ने उनकी क़रीब 15 घंटे की आमने-सामने की बातचीत को चोरी-छिपे रिकॉर्डिंग की। एक रिकॉर्डिंग की बातचीत में मैरीन कहती हैं, जिसे उनकी भतीजी ने अपनी किताब में जगह दी है, कि कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए ट्रंप ने धोखाधड़ी की थी और एसएटी परीक्षा में अपनी जगह पर किसी और को बैठाया था।
‘वाशिंगटन पोस्ट’ के अनुसार, मैरीन ने अपनी भतीजी मैरी एल ट्रंप को बताया, 'वह एक वर्ष के लिए फोर्डम चले गए और फिर वह पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में दाख़िल हो गए क्योंकि उसकी जगह परीक्षा देने वाला व्यक्ति कोई और था। मेरा मानना है कि यह एसएटी या ऐसी ही कोई परीक्षा थी।'
हालाँकि ट्रंप की बहन मैरीन सार्वजनिक तौर पर ट्रंप के बारे में कुछ भी कहने से बचती रही हैं, लेकिन ऑडियो रिकॉर्डिंग से साफ़ होता है कि वह न तो ट्रंप के काम से संतुष्ट हैं और न ही उनके आचार-व्यवहार को सही मानती हैं।
अख़बार के अनुसार मैरीन ने ट्रंप के बारे में अपनी भतीजी से कहा था, 'उसका कोई आचार-व्यवहार नहीं है। कोई नहीं। कोई भी नहीं।...।
ऑडियो रिकॉर्डिंग के आरोपों पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता द्वारा दिए गए एक बयान के अनुसार ट्रम्प ने उन आरोपों को खारिज कर दिया और अपने छोटे भाई रॉबर्ट एस ट्रम्प के हाल के निधन का ज़िक्र किया। उन्होंने आगे कहा, 'मैं अपने भाई को याद करता हूँ, और मैं अमेरिकी लोगों के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखूँगा। हर कोई इससे सहमत नहीं है, लेकिन परिणाम स्पष्ट हैं। हमारा देश जल्द ही पहले से ज़्यादा मज़बूत होगा।'
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