राजस्थान में अशोक गहलोत ने सीएम और सचिन पायलट ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। आज मध्य प्रदेश में कमलनाथ और छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल भी शपथ लेंगे।
तीन राज्यों में शपथग्रहण के दौरान कांग्रेस विपक्षी एकता की नींव मज़बूत करने में जुटी है। लेकिन तीन बड़े नेताओं के नहीं आने से मज़ा किरकिरा होने की संभावना है।
कमलनाथ के शपथग्रहण समारोह को महागठबंधन दलों के शक्ति प्रदर्शन का बड़ा शो बनाने के लिए सभी बड़े विपक्षी नेताओं को बुलाया गया है। लेकिन तय नहीं है कि कितने आएँगे।
संत भय्यू महाराज (उदय सिंह देशमुख) की आत्महत्या मामले का रहस्य एक बार फिर गहरा गया है। पुलिस ने उनके क़रीबी ड्राइवर कैलाश पाटिल उर्फ भाऊ को गिरफ़्तार किया है।
शिवराज सरकार मध्य प्रदेश को पौने दो लाख करोड़ से भी ज़्यादा का क़र्ज़ दे गई है। कमलनाथ के सामने सबसे बड़ी चुनौती किसानों से किए गए क़र्ज़माफ़ी के वादे को शपथ के 10 दिनों के भीतर पूरा करने की है।
एमपी की राजनीति में कमल नाथ की मजबूत पकड़ है। चुनाव से पहले राहुल गाँधी ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपकर बता दिया था कि वह उन पर कितना भरोसा करते हैं।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत से चूक गई। कहां कमी रही, चुनावी नतीजे ही साफ़ तौर पर बताते हैं। कांग्रेस का खेल ख़राब करने में विंध्य और ग्वालियर-चंबल क्षेत्र का रोल बेहद अहम रहा।
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में संभावनाओं के अनुसार शिवराज सरकार के 13 मंत्री चुनाव हार गए। दो मंत्रियों की करारी हार में नोटा का रोल रहा। पिछले चुनाव में 10 मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा था।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज दिल्ली में प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन देने का एलान कर दिया है। इससे मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस का रास्ता काफ़ी आसान हो गया है।
लौक लुभावन अर्थनीति और स्कीमों के ज़रिए पैसे लुटाने की रणनीति की वजह से मध्य प्रदेश में बीजेपी की स्थिति उतनी बुरी नहीं हुई, जितनी आशंका थी। शिवराज सिंह चौहान का कद बढ़ेगा।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिज़ोरम के नतीजों के लिए मतगणना 8 बजे से शुरू होगी। इन राज्यों के नतीजों को लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
किसी दल को 90 फ़ीसदी ही वोट क्यों चाहिए? ज़्यादा से ज़्यादा या 100 फ़ीसदी तक क्यों नहीं? यदि यह सवाल आपको भी बेचैन करता है तो कोई बात नहीं, यह सवाल ही कुछ ऐसा है।