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एनसीबी पर नवाब मलिक का हमला, मोहित कंबोज के साले को क्यों छोड़ा?

एनसीपी नेता नवाब मलिक ने क्रूज़ ड्रग्स मामले में एनसीबी पर बड़ा आरोप लगाया है। मलिक का कहना है कि एनसीबी ने कॉर्डेलिया क्रूज़ ड्रग्स मामले में 11 अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया था, लेकिन उनमें से तीन को छोड़ दिया। मलिक ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेताओं के दवाब में एनसीबी ने तीन लोग ऋषभ सचदेव, प्रतीक गाबा और आमिर फ़र्नीचरवाला को हिरासत में लेने के कुछ घंटों बाद ही छोड़ दिया था। इनमें से एक ऋषभ सचदेव बीजेपी नेता मोहित कंबोज (भारतीय) का साला है।

एनसीबी ने पलटवार करते हुए कहा कि क्रूज़ से 14 लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन छह लोगों को सबूतों के अभाव में छोड़ दिया था। एनसीबी का कहना है कि उनकी जाँच चल रही है।  

मुंबई क्रूज शिप पर हुई छापेमारी के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक लगातार जाँच एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पर हमला बोल रहे हैं। 

शनिवार को नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एनसीबी पर धावा बोला कि जब क्रूज़ ड्रग्स मामले में छापेमारी की थी तो उसने वहां से 11 लोगों को हिरासत में लिया था।

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क्या कहना है नवाब मलिक का?

मलिक ने कहा कि एनसीबी के अधिकारी बीजेपी कार्यकर्ता मनीष भानुशाली और के. पी. गोसावी के साथ अभियुक्तों को लेकर एनसीबी के दफ़्तर पहुँचे थे। बीजेपी नेता मोहित कंबोज को जैसे ही इस बात की जानकारी लगी कि उनके साले ऋषभ सचदेव को एनसीबी ने हिरासत में ले लिया है तो मोहित के दबाव के बाद ऋषभ सचदेव और दो अन्य लोगों प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला को छोड़ दिया गया। 

नवाब मलिक ने कहा कि छापेमारी के बाद जब समीर वानखेड़े ने मीडिया से बात की थी तो उस समय 8 से 10 लोगों की गिरफ़्तारी की बात उन्होंने कही थी, लेकिन बीजेपी नेताओं के दवाब में तीन लोगों को छोड़ना पड़ा। यही कारण रहा कि वानखेड़े ने गिरफ़्तार लोगों की संख्या मीडिया में 10 बताई जबकि अदालत में आठ बताई। 

Cruise Rave Party : Nawab Malik slams NCB - Satya Hindi

एनसीबी का जवाब

नवाब मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद एनसीबी के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि एनसीबी स्वतंत्र संस्था है एवं लोगों को गिरफ़्तार किया गया, उनको उनके पास से मिले ड्रग्स के आधार पर ही गिरफ्तार किया गया था। जिस समय एनसीबी ऑपरेशन करती है, जो गवाह होते हैं उनकी जानकारी इकट्ठा करना मुश्किल होता है। लेकिन हमारी प्राथमिकता ड्रग्स बरामद पर होती है।

ज्ञानेश्वर ने कहा कि क्रूज़ से कुल 14 लोगों को एनसीबी ने हिरासत में लिया था और उनका सभी का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया गया था। उसके बाद 8 लोगों की ड्रग्स रिकवरी के आधार पर उनकी गिरफ़्तारी हुई, जबकि 6 लोगों को सबूतों के अभाव में छोड़ दिया। 

सिंह ने कहा जो लोग गिरफ्तार किए गए थे, उनकी ही निशानदेही पर और दूसरे 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। उनके पास से ड्रग्स भी बरामद किया है। मंत्री नवाब मलिक द्वारा एनसीबी पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं और जो भी बयान एनसीबी के बारे में दिया गया है, उनमें कोई सच्चाई नहीं है।

ज्ञानेश्वर सिंह का कहना है कि एनसीबी बगैर किसी भेदभाव से अपना काम कर रही है। ज्ञानेश्वर ने कहा कि ड्रग्स के ख़िलाफ़ एनसीबी की मुहिम लगातार जारी रहेगी।

उधर बीजेपी नेता मोहित कंबोज (भारतीय) ने एनसीपी नेता नवाब मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा है कि उन्होंने जो भी आरोप लगाए हैं, वह पूरी तरह से बेबुनियाद हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं है।

मोहित का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि ऋषभ सचदेव कहाँ गए थे और क्या कर रहे थे। मलिक ने जो इस मामले में मेरा नाम उछाला है, मैं उनके ख़िलाफ़ 100 करोड़ का मानहानि का मुकदमा करूंगा।


इससे पहले नवाब मलिक ने मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज़ पर हुई कार्रवाई को फ़र्जी बताया था। 

उन्होंने कहा था कि यह पूरी छापेमारी बीजेपी नेताओं की देखरेख में हुई थी। मलिक ने पिछली बार बीजेपी नेता मनीष भानुशाली और गोसावी के एनसीबी से सम्बंध के बारे में खुलासा किया था।

मलिक ने कहा था कि आर्यन खान और दिवंगत नेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में रिया चक्रवर्ती की गिरफ़्तारी पूरी तरह से पब्लिसिटी स्टंट था। मलिक ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता मनीष भानुशाली, केपी गोसावी और एनसीबी मिलकर फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने का काम कर रहे हैं।

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सोमदत्त शर्मा

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