देश के बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर से विस्फोटकों से भरी कार के मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए खुलासे हो रहे हैं। एनआईए ने अब मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के पूर्व हेड सचिन वाजे की उस मर्सिडीज़ कार को अपने कब्जे में लिया है जिसमें वह अक्सर बैठकर मीटिंग किया करते थे।
इन दिनों एनआईए की पूछताछ का सामना कर रहे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे ने एनआईए के बड़े अधिकारियों के सामने खुलासा किया है कि जब भी वह हाई प्रोफाइल लोगों को मीटिंग के लिए बुलाते थे तो वो होटल, रेस्तरां या अपने दफ्तर में मीटिंग नहीं किया करते थे।
बल्कि अपनी मर्सिडीज कार में किया करते थे। इस बात का खुलासा सचिन वाजे ने एनआईए के एक डीआईजी स्तर के अधिकारी के सामने हुई पूछताछ में किया है।
डीआईजी ने जब वाजे से मनसुख हिरेन के साथ संबंधों के बारे में पूछताछ की तो वाजे ने खुलासा किया कि जब 17 फरवरी के दिन मनसुख हिरेन की कार विक्रोली हाईवे के पास ख़राब हो गई थी तो वह क्राफर्ड मार्केट स्थित मुंबई क्राइम ब्रांच के दफ्तर में उनसे ही मिलने आ रहे थे।
मनसुख को बुलाया सीएसटी स्टेशन
लेकिन सचिन वाजे ने मनसुख हिरेन को क्राइम ब्रांच के अपने दफ्तर ना बुलाकर सीएसटी स्टेशन के पास बुलाया। सचिन वाजे ने एनआईए अधिकारियों को यह भी बताया कि उसने मनसुख हिरेन से मुलाकात किसी होटल में नहीं बल्कि अपनी मर्सिडीज कार में बैठकर ही की थी।
मनसुख से ली थी चाबी
सीएसटी जाने की बात ओला कार के उस ड्राइवर ने भी एनआईए के अधिकारियों को बताई थी जिस कार के जरिए मनसुख हिरेन विक्रोली से क्राफर्ड मार्केट आ रहे थे। सचिन वाजे ने अधिकारियों के सामने यह भी खुलासा किया है कि उन्होंने मनसुख हिरेन से उसकी स्कॉर्पियो की चाबी भी ले ली थी। उसी रात सचिन वाजे उस स्कॉर्पियो कार को वहां से चलाकर अपने ठाणे स्थित घर ले गए थे।
जांच में जुटी एनआईए
वाजे ने एनआईए अधिकारियों को यह भी बताया है कि वह मर्सिडीज कार में इसलिए मीटिंग करते थे क्योंकि किसी को भी होटल या ऑफिस में बुलाने के बाद बातचीत के सीसीटीवी में रिकॉर्ड होने का खतरा हो सकता था। एनआईए अब इसी बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर वाजे ने मनसुख हिरेन से पिछले 6 महीने में कितनी बार और कहां-कहां मुलाकात की थी।
कमिश्नर और डीजीपी तलब
एनआईए के सूत्रों से जानकारी मिली है कि मर्सिडीज कार से कुछ कपड़े, कुछ नगदी, शराब की बोतल, केरोसिन ऑयल और कुछ फर्जी नंबर प्लेट भी मिली हैं, इन सभी चीजों की जांच एनआईए कर रही है। मंगलवार की देर शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह और डीजीपी को भी तलब किया और उनसे इस पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी है। बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे ने इन दोनों पुलिस अधिकारियों से महाराष्ट्र में पैदा हुए हालात पर नाराजगी भी जताई है।क्राइम ब्रांच दफ्तर पर रेड
एनआईए ने सोमवार रात क्राइम ब्रांच के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के उस दफ़्तर में छापा मारा जहां सचिन वाजे बैठा करते थे। छापे के दौरान एनआईए ने बहुत से कागजात, उनका लैपटॉप, आईपैड, कंप्यूटर और पिछले 1 महीने की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग भी ज़ब्त की है। ताकि यह पता लग सके कि पिछले 1 महीने में सचिन वाजे से उनके दफ्तर में कौन-कौन मिलने आया था।
इसके अलावा एनआईए ने क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट दफ्तर के 6 पुलिस वालों से भी पूछताछ की है और उनसे भी कुछ दस्तावेज ज़ब्त किए हैं। जिस समय एनआईए के अधिकारियों ने सीआईयू के दफ्तर पर छापा मारा, सचिन वाजे भी उनके साथ थे।
वाजे एंटीलिया के बाहर मिली स्कॉर्पियो कार में विस्फोटक रखने के आरोप में 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में हैं और एनआईए लगातार सचिन वाजे से इस स्कॉर्पियो कार में विस्फोटक रखने के पीछे की वजह और इसका मास्टरमाइंड कौन है, इसका पता लगाने की कोशिश में जुटी है।
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