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मोहित कंबोज आर्यन केस का मास्टरमइंड; किडनैपिंग, उगाही की थी योजना: मलिक

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने बीजेपी नेता मोहित कंबोज पर बड़ा आरोप लगाया है। मलिक ने कहा कि मोहित कंबोज और समीर वानखेड़े के बहुत ही अच्छे संबंध हैं और मोहित कंबोज ने अवैध उगाही के लिए आर्यन ख़ान को किडनैप कराया था। नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि मोहित कंबोज आर्यन केस का मास्टरमइंड है। मलिक ने यह भी कहा कि आर्यन ख़ान को ऋषभ सचदेव, प्रतीक गाबा और आमिर फ़र्नीचरवाला के ज़रिये क्रूज़ पर बुलाया गया था और ट्रैप कराया गया। ये किडनैपिंग का मामला है। आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये मांगे गए थे और 18 करोड़ में डील हुई। जबकि 50 लाख लिए भी गए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहित कंबोज ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की प्राइवेट आर्मी का हिस्सा है।

नवाब मलिक ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई बड़े खुलासे किये। मलिक ने कहा कि मोहित कंबोज ने शनिवार को जो आरोप लगाए थे उन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। खुद मोहित कंबोज पर बैंक से 1100 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का केस चल रहा है। मोहित कंबोज बीजेपी की सरकार आने से पहले कांग्रेस के नेताओं के आगे पीछे दौड़ते रहते थे लेकिन जैसे ही महाराष्ट्र में सरकार बदली तो वह बीजेपी के खेमे में आ गए और साल 2014 में दिंडोशी से विधानसभा का टिकट भी हासिल कर लिया और बीजेपी के क़रीब हो गए।

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नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि मोहित कंबोज और एनसीबी के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीच अच्छे रिश्ते हैं। मोहित कंबोज 11 होटल के भी मालिक हैं। मलिक ने कहा कि मोहित कंबोज और वानखेड़े ओशिवारा के कब्रिस्तान में मिला करते थे, जिसमें समीर वानखेड़े ने खुद की जासूसी करने का आरोप लगाया था। मलिक ने कहा कि मोहित कंबोज और समीर वानखेड़े की मीटिंग का वीडियो सामने आ जाता अगर वहां पर सीसीटीवी काम कर रहा होता। इसके अलावा वानखेड़े और मोहित कंबोज होटल में भी मीटिंग किया करते थे जिसका वीडियो बहुत जल्द जारी किया जाएगा।

समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाते हुए नवाब मलिक ने कहा कि वानखेड़े दरअसल मुंबई और महाराष्ट्र में ड्रग्स विरोधी अभियान चलाते ही नहीं हैं। बल्कि ड्रग्स माफियाओं को संरक्षण देने का काम करते हैं और उसके एवज में लोगों से वसूली की जाती है। ऐसा करके समीर वानखेड़े ने फ़िल्म इंडस्ट्री के लोग और दूसरे अन्य बिजनेसमैन से हजारों करोड़ रुपए की अवैध उगाही की है।

मलिक ने मोहित कंबोज पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि आर्यन ख़ान का पूरा केस अपहरण और फिरौती का है। उन्होंने कहा कि मोहित कंबोज के समीर वानखेड़े से अच्छे संबंध हैं और यही कारण है कि मोहित कंबोज ने अपने साले ऋषभ सचदेव और दूसरे अन्य लोगों के साथ मिलकर पहले आर्यन ख़ान का अपहरण कराया और फिर उनसे फिरौती के रूप में 25 करोड़ की मांग की। मलिक ने कहा कि डील 18 करोड़ में फाइनल हुई थी जिसमें से 8 करोड़ रुपए समीर वानखेड़े को जाने थे। 

नवाब मलिक ने कहा कि आर्यन ख़ान खुद टिकट खरीदकर क्रूज पर नहीं गए थे बल्कि उन्हें वहां ऋषभ सचदेव, प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला लेकर गए थे। क्रूज़ से आर्यन ख़ान को किडनैप किया गया और मनीष भानुशाली और किरन गोसावी के ज़रिये एनसीबी के दफ्तर लाया गया।

उन्होंने कहा कि बाद में सैम डिसूजा के ज़रिये 25 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई जिसमें से 50 लाख एडवांस में भी लिए थे।

मोहित कंबोज द्वारा एनसीपी के नेताओं पर लगाए गए आरोपों के बाद मलिक ने कहा कि सुनील पाटिल एनसीपी से जुड़ा हुआ नहीं है और न ही वह उसको जानते हैं। मलिक ने कहा कि उनकी कभी भी सुनील पाटिल से मुलाक़ात भी नहीं हुई है। 

nawab malik calls mohit kamboj mastermind in aryan khan case alleges kidnapping and ransom  - Satya Hindi

मलिक ने दावा किया कि सुनील पाटिल एक फ्रॉड आदमी है, उसकी न केवल राज्य के बल्कि देश के अन्य मंत्री और नेताओं के साथ भी उसके फोटो हैं। उन्होंने कहा कि सुनील पाटिल के फोटो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के साथ भी हैं। इसके अलावा मनीष भानुशाली तो बीजेपी का नेता है और उसके बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं के फोटो हमने पिछली बार जारी किए थे। एनसीपी नेता ने कहा कि सुनील पाटिल, सैम डिसूजा, किरन गोसावी और मनीष भानुशाली वानखेड़े की प्राइवेट आर्मी के खिलाड़ी हैं जिनको मोहित कंबोज लीड करते हैं।

नवाब मलिक ने सैम डिसूजा और एनसीबी के एक अधिकारी वीवी सिंह की बातचीत का एक ऑडियो भी जारी किया जिसमें दावा किया गया कि एनसीबी के अधिकारी वीवी सिंह सैम डिसूजा को ड्रग्स के किसी मामले में पूछताछ करना चाहते थे और उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया था। एक दूसरे ऑडियो में सैम डिसूजा हवाला की भी बात कर रहा है।

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नवाब मलिक ने समीर वानखेडे पर आरोप लगाया कि झूठे केस बनाकर समीर वानखेड़े ने मुंबई, महाराष्ट्र और फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम कर दिया था और मुंबई को ‘उड़ता पंजाब’ के बाद ‘उड़ता महाराष्ट्र’ बनाने की योजना थी। उन्होंने कहा, ‘वानखेड़े ने मुंबई शहर को पाताललोक बना दिया है। मेरी लड़ाई समीर वानखेड़े से या फिर बीजेपी से नहीं है बल्कि उन लोगों से है जो ड्रग्स के नाम पर मुंबई में बेगुनाह लोगों से हजारों करोड़ रुपए की वसूली कर रहे थे।’ मलिक ने कहा कि मैं एनसीबी के डीजी को बताना चाहता हूं कि उनको गुमराह करके व झूठ पेश कर बड़े ऑपरेशन को अंजाम देने की बात कही गयी थी लेकिन यह ऑपरेशन पूरी तरह से फर्जी था।

नवाब मलिक ने आगे कहा कि समीर वानखेड़े अपने अधिकारी वीवी सिंह, आशीष रंजन और अपने ड्राइवर के साथ मिलकर अवैध वसूली का धंधा चला रहे थे जिसके ख़िलाफ़ मेरी जंग जारी रहेगी।

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सोमदत्त शर्मा

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