उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों नारा चल रहा है – 2017 में राम लहर और 2022 में परशुराम लहर। कांग्रेस यूपी में ब्राह्मणों को मनाने में लगी है। सपा ने भगवान परशुराम के नाम का सहारा लिया है तो अब बीएसपी ने अपना ब्राह्मण कार्ड खेल दिया है।
डॉ. हर्षवर्धन के केंद्रीय मंत्रिमंडल से रुख्सत होने के बाद अब दिल्ली की केंद्र सरकार में नुमाइंदगी राज्य मंत्री के रूप में नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ही रह गई हैं।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के कोरोना प्रबंधन को अभूतपूर्व घोषित करते हुए इतनी तारीफ़ की कि वहां उपस्थित मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भी भौंचक्के रह गए होंगे।
मोहन भागवत ने 20 अगस्त 2016 को आगरा में आरएसएस से जुड़े शिक्षकों के सम्मेलन में कहा था कि हिंदुओं को अपनी आबादी बढ़ाने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा बच्चे पैदा करना चाहिए। बीजेपी और संघ का क्या रहा है रुख?
सरकारें बदलती रहीं, पार्टियाँ आती जाती रहीं लेकिन मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति नहीं बदली। मुस्लिम तुष्टिकरण के विरोध की राजनीति करने वाली पार्टी में भी अशराफ वर्ग अपनी पैठ बनाये हुए है।
चीनी सेना ने देमचोक गांव में छह जुलाई को अपने सैनिक भेजे। देमचोक गांव में कुल 31 घर हैं जहां 78 लद्दाखी रहते हैं। यही लद्दाखी लोग दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे थे तब चीनी सैनिक कई वाहनों पर सवार होकर बड़े चीनी झंडे लेकर भारतीय इलाक़े में घुसे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए जो विधेयक प्रस्तावित किया है, उसकी आलोचना विपक्षी दल इस आधार पर कर रहे हैं कि यह मुसलिम विरोधी है।
कोरोना संक्रमण पर हर रोज दिल्ली में होने वाली मीडिया ब्रीफिंग में कुछ राज्यों में बढ़ते संक्रमण का ज़िक्र विशेष रूप से किया जाता है जबकि कई राज्यों और बहुत सारे तथ्यों से आँखें मूंद ली जाती हैं।
स्टेन स्वामी की मौत की कहानी और उनकी ही तरह राज्य के अपराधी घोषित किये जाने वाले अन्य लोगों की व्यथाएँ निरंकुश सत्ता की बर्बरता के अंतहीन ‘हॉरर’ सीरियल की तरह नज़र आती हैं।
पत्रकार संतोष भारतीय की नयी किताब देश की राजनीति के उस दौर की गवाह है जिस दौर में कांग्रेस पार्टी संसदीय राजनीति के शिखर तक पहुँची और जल्दी ही अपने भीतर की कमज़ोरियों के कारण पतन के रास्ते पर चल पड़ी।
भारत की विदेश नीति कैसी है? अफ़ग़ानिस्तान में भारत की हालत अजीब-सी हो गई है। तीन अरब डॉलर वहाँ खपानेवाला और अपने कर्मचारियों की जान कुर्बान करनेवाला भारत हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
स्त्री विमर्श के नाम पर पढ़ी लिखी स्त्रियाँ स्त्री की नयी दुनिया हमारे सामने लाती हैं तो हमें कुछ झूठा झूठा सा लगता है और अन्याय पूर्ण भी। गांव और शहरों में स्त्री विमर्श क्या अलग-अलग हैं?
बीजेपी नेतृत्व ने महज 115 दिन पुराने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को हटा कर पुष्कर सिंह धामी को राज्य का नया मुख्यमंत्री बना तो दिया है लेकिन इससे पार्टी के भीतर जैसा विरोध हुआ है उससे क्या मोदी शाह की हनक फीकी नहीं पड़ी है?