स्वास्थ्य क्षेत्र में दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित पत्रिका समझे जाने वाली ‘लान्सेट’ ने कहा है कि कोरोना पीड़ित रोगियों को हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्विन या क्लोरोक्विन से नुक़सान हो सकता है।
अमेरिका में एक शोध में पाया गया है कि यदि वहाँ सोशल डिस्टैंसिंग को समय से पहले लागू किया गया होता तो कोरोना महामारी से दसियों हज़ार लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
अब तक कम कोरोना मामले वाले बिहार में संक्रमित लोगों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। घर लौट रहे प्रवासी मज़दूरों में से 26 प्रतिशत में संक्रमण पाया जा रहा है।
मध्य प्रदेश के कटनी में सोमवार को गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री ‘दद्दा’ की अंतिम यात्रा में लाॅकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियाँ उड़ाई गईं।
पूर्व वित्त मंत्री और लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के महत्वपूर्ण नेता रहे यशवंत सिन्हा का मानना है कि सरकार को कोरोना से लड़ाई में तुरन्त सेना को उतार देना चाहिए।