देश में फिर कोरोना के रिकॉर्ड पॉजिटिव केस आए हैं और मौतें हुई हैं। 24 घंटे में देश में 4 लाख 12 हज़ार 262 पॉजिटिव केस आए। इस दौरान 3980 लोगों की मौत हुई।
बंगाल में दर्जन भर कार्यकर्ता आपस में लड़ मरे, वह नेताओं के लिए पहला राष्ट्रीय संकट बन गया लेकिन चार हजार लोग कोरोना से मर गए, इसकी कोई चिंता उन्हें दिखाई नहीं पड़ी।
कोरोना संक्रमण से मंगलवार को रिकॉर्ड 3780 कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है। यह एक दिन में अब तक सबसे ज़्यादा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3 लाख 82 हज़ार 315 मामले सामने आए हैं।
भारत का कोरोना संकट अब भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गया है। ऑक्सीजन और दवाओं के अभाव में और अस्पतालों में जगह न मिल पाने के कारण लोग बड़ी संख्या में दम तोड़ रहे हैं।
मोदी सरकार ने क्यों नहीं किये ऑक्सीजन, बेड के पुख्ता इंतज़ाम? झूठे आँकड़े दिखा कर मीडिया मोदी सरकार को बचा रहा है? देखिये वरिष्ठ वकील और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष दुष्यंत दवे के साथ वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की ख़ास बातचीत।
देश में सोमवार को 24 घंटे में साढ़े तीन लाख से ज़्यादा नये पॉजिटिव केस आए। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार एक दिन में 3 लाख 57 हज़ार 229 मामले आए और इस दौरान 3449 लोगों की मौत हुई।
कोरोना संकट देश में भयावह हो गया है। अब समय आ गया है पूछने का कि कितनी मौतों के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री अपने को उत्तरदायी मानेंगे?
कोरोना वायरस की असली शक्ति है मनुष्य के रक्त के आरबीसी में प्राकृतिक मोलिक्यूल—बिलीवरडीन और बिलीरुबिन- जो शरीर में बने एंटीबाडीज को भी रोक देते हैं और स्वयं इस प्रोटीन के साथ जुड़ कर कोरोना को सुरक्षित कर देते हैं।
जब इतिहास यह सवाल पूछेगा कि इन चुनावों की कितनी क़ीमत लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई है, तो शायद इन लोगों के पास कोई जवाब नहीं होगा। जब इतिहास यह सवाल पूछेगा कि कुंभ में स्नान करने से कितनों की जान गयी तो कोई जवाब नहीं होगा?
आज़ादी के बाद की स्मृतियों में अब तक के सबसे बड़े नागरिक संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी क्या संवेदनात्मक रूप से उतने ही विचलित हैं जितने कि उनके करोड़ों देशवासी हैं?
ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर रेमडेसिविर इंजेक्शन तक की भयानक कालाबाजारी है। लोग लाख लाख रुपए में रेमडेसिविर खरीद रहे हैं और ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए दर-दर भटक रहे हैं। ऐसे में लोग एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं।
देश में फिर से रिकॉर्ड कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आज जो गुरुवार के आँकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार 24 घंटे में 3 लाख 32 हज़ार 730 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं।
कोरोना के रिकॉर्ड संक्रमण के बीच देश इस समय एक अभूतपूर्व संकट से गुज़र रहा है। कर्णधारों को भनक नहीं लग पाई कि समूचा देश केवल एक साल के भीतर ही हारने लगेगा और वे मरने वालों की गिनती करते रह जाएँगे।