loader

प्रियंका का लखनऊ आना तय नहीं, रैली की तैयारी खटाई में

प्रियंका गाँधी की कांग्रेस में औपचारिक प्रवेश की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश में जोर-शोर से उठा तूफ़ान थमने लगा है। कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने के बाद प्रियंका गाँधी की राहुल के साथ राजधानी लखनऊ में रैली की तारीख़ का अब तक कोई पता नहीं चल पा रहा है। इतना ही नहीं, प्रियंका गाँधी के विदेश से लौटने के बाद उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित प्रेस कॉन्फ़्रेंस की भी अभी तक तारीख़ तय नहीं हो पायी है।

पहले के कार्यक्रम के मुताबिक़ चार फ़रवरी को प्रियंका गाँधी की राहुल गाँधी के साथ लखनऊ में प्रेस कॉन्फ़्रेंस होनी थी और 10 फ़रवरी को रमाबाई अंबेडकर मैदान में रैली तय है। प्रदेश कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 10 फ़रवरी को लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में प्रस्तावित रैली का कार्यक्रम आगे बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय ने इतने बड़े मैदान पर रैली की तैयारियों के लिए वक़्त माँगा है।

प्रदेश कांग्रेस के नेता असमंजस में

प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के मुताबिक़ उन लोगों के पास प्रियंका गाँधी के कार्यक्रम को लेकर कोई सूचना नहीं है। रैली को लेकर भी कोई सूचना नहीं दी गयी है। इतना तय है कि प्रियंका के आगमन के साथ ही रैली होगी, लेकिन यह कब होगी, यह निश्चित नहीं है। कुछ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रियंका गाँधी की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के साथ होने वाली प्रेस कॉन्फ़्रेंस दिल्ली में भी की जा सकती है।

कुंभ जाने की तारीख़ भी तय नहीं

इतना ही नहीं, प्रियंका गाँधी के कुंभ जाने का भी कार्यक्रम बनाया जा रहा था और इस बाबत इलाहाबाद में कांग्रेस इकाई को तैयारी करने को भी कहा गया था। कुंभ जाने की तारीख़ को लेकर भी अभी कुछ साफ़ नहीं है।

  • कुंभ को लेकर एक कांग्रेस नेता का कहना है कि वहाँ जाना तो तय है पर तारीख़ के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। कुंभ में प्रियंका की कोई रैली या सभा नहीं होगी, बल्कि संगम स्नान के साथ अखाड़ों में संतों के साथ मिलने का ही कार्यक्रम रखा जाएगा जिसके लिए कम समय में भी तैयारियाँ की जा सकती हैं।

राहुल की रैलियों पर भी अनिश्चितता

फ़रवरी के पहले सप्ताह से मार्च तक उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाली राहुल की रैलियों को लेकर भी अभी अनिश्चितता है। रैलियों के लिए प्राथमिक तौर पर जो स्थान चिह्नित किए गए हैं उनमें हापुड़, मुरादाबाद, सहारनपुर, अलीगढ़, आगरा, बरेली, वाराणसी, सीतापुर, कन्नौज, लखनऊ, गोरखपुर और प्रयागराज शामिल हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
कुमार तथागत

अपनी राय बतायें

उत्तर प्रदेश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें