पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।
रवीश कुमार कहते हैं कि जब उन्हें पहली बार रिपोर्टिंग की ज़िम्मेदारी दी गई तो वह डर गए थे। रिपोर्टिंग से क्यों डर लगता था उन्हें? लेकिन जिस चीज़ से डरते थे उसी को ताक़त बना कर वह रवीश कुमार बन गए।
अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद यह आशंका जतायी जा रही है कि पाकिस्तान घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा देने की बड़ी साज़िश रच सकता है। पाकिस्तान बुरी तरह से छटपटा रहा है लेकिन क्या वह ऐसा करने में सक्षम है?
आशुतोष कैसे याद करते हैं सुषमा स्वराज की राजनीति को? वह क्यों सवाल पूछते हैं कि क्या उन्हें प्रधानमंत्री नहीं होना चाहिए था? देखिए आशुतोष से साथ इन्हीं सवालों के जवाब।
कश्मीर का सवाल देश की अस्मिता से जुड़ा है। क्या जम्मू-कश्मीर के दो हिस्से करने से कश्मीर समस्या का समाधान हो जायेगा? क्या कश्मीर में आतंकवाद ख़त्म हो जायेगा? क्या आतंकवादी हिंसा पूरी तरह से दब जायेगी?
अनुच्छेद 370 को ख़त्म होने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने की संभावना है और जम्मू-कश्मीर दो हिस्सों में बाँट दिया गया है। लेकिन अमित शान ने जो दावा किया है कि इससे आतंकवाद ख़त्म हो जाएगा, क्या वास्तव में ऐसा हो पाएगा? देखिए सत्य हिंदी के लिए आशुतोष की बात में वरिष्ठ पत्रकार शैलेश के साथ बातचीत।
पत्रकार रवीश कुमार रेमन मैगसेसे पुरस्कार के विजेता हैं। एक समय पैसे नहीं थे तो चिट्ठी छाँटने का काम शुरू किया था। वही चिट्ठी छाँटने वाले रवीश कैसे बन गए मैगसेसे विजेता? जानिए, रवीश कुमार के ऐसे ही अनछुए पहलुओं को। देखिए सत्य हिंदी पर रवीश कुमार के साथ आशुतोष और शीतल पी सिंह की विशेष बातचीत।
बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार ने एक तो अनुच्छेद 370 को ख़त्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। और दूसरे, जम्मू-कश्मीर को दो भागों में बाँट दिया है। यह ऐतिहासिक फ़ैसला है या ऐतिहासिक भूल? देखिए सत्य हिंदी के लिए आशुतोष की बात में क्या होगा असर।
अनुच्छेद 370 में मिले अधिकारों के तहत राष्ट्रपति ने इस अनुच्छेद के खंड एक को छोड़कर बाक़ी प्रावधानों को ख़त्म किया है। यानी एक खंड अभी भी है। ऐसे में अनुच्छेद 370 ख़त्म कैसे हुआ? क्या यह सिर्फ़ शुरुआत भर नहीं है? क्या है वास्तविक स्थिति? आशुतोष की बात में देखिए शैलेश और आशुतोष की चर्चा।
एनडीटीवी इंडिया के मैनेजिंग एडिटर रवीश कुमार को वर्ष 2019 के रैमॉन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। रवीश की पत्रकारिता एंटी-इस्टैबलिशमेंट रही है।
देश के आर्थिक स्वास्थ्य की स्थिति बताने वाले हर इंडिकेटर्स नीचे की ओर जा रहे हैं। बेरोज़गारी रिकॉर्ड स्तर पर है। लोगों के पास ख़रीदने की क्षमता कम हो गई है। ऐसे में अर्थव्यवस्था कैसे संभलेगी? सत्य हिंदी के लिए देखिए आशुतोष की बात।
क्या देश में हर चीज धर्म के नाम पर तय होगा? क्या हर चीज को धार्मिक चश्मे से देखा जाएगा? खाने में भी धर्म क्यों ढूँढा जा रहा है? क्या हम 'तालिबान' बनने के रास्ते पर हैं। अमित शुक्ला के साथ इतने लोग खड़े क्यों हैं? देखिए आशुतोष की बात में क्यों है हंगामा।
तील तलाक़ पर राज्यसभा में वोटिंग के दौरान 10 विपक्षी दलों के 30 सांसद मौजूद क्यों नहीं थे? फिर ये पार्टियाँ तीन तलाक़ का विरोध क्यों करती रहीं? क्या यह मुसलमानों के साथ विश्वासघात नहीं है? देखिए 'आशुतोष की बात' में इन नेताओं ने ऐसा क्यों किया।
टीपू सुल्तान पर हंगामा क्यों? बीजेपी को अब टीपू से नफ़रत क्यों? क्या यह राजनीति का हिस्सा है? यदि ऐसा नहीं है तो बीजेपी के नेता टीपू की पगड़ी में क्यों नज़र आते रहे हैं? स्मारक क्यों बनवाए? देखिए 'आशुतोष की बात' में हक़ीकत।
उन्नाव बलात्कार के आरोपी कुलदीप सेंगर को बीजेपी से क्यों नहीं निकाला जा रहा है? पीड़िता का पूरा परिवार तबाह हो गया फिर भी प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी क्यों? देखिए 'आशुतोष की बात' में क्यों उठ रहे हैं ये सवाल।
कुलदीप सेंगर को बीजेपी ने अभी तक पार्टी से बाहर क्यों नहीं निकाला? क्या बीजेपी सेंगर को बचा रही है? बीजेपी के 'बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ' के नारे का क्या हुआ? देखिए आशुतोष की बात में इस पर पूरी रिपोर्ट।
महाराष्ट्र की पुलिस ने गौतम नवलखा की ग़िरफ़्तारी को आतंकवादियों से संबंध क्यों बता दिया? क्या वह 'अर्बन नक्सल' की बात साबित नहीं कर पाई इसलिए? भीमा कोरेगाँव हिंसा से शुरू कर आतंकवाद से इसे क्यों जोड़ दिया गया? देखिए 'आशुतोष की बात' में क्या है सच!
सुभाष चंद्र बोस की मौत का रहस्य एक बार फिर चर्चा में क्यों है? यूपी सरकार ने क्यों बिठाया था जाँच आयोग? कई रिपोर्टों में उनकी मृत्यु की पुष्टि होने के बाद भी कई लोग क्यों दावा करते हैं कि नेताजी ज़िंदा हैं? देखिए 'आशुतोष की बात' में क्या है उनकी मृत्यु का रहस्य?
महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की मौत का रहस्य एक बार फिर चर्चा में है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित किए गए जस्टिस विष्णु सहाय जाँच आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। क्यों बनाई थी कमेटी और क्या है इस रिपोर्ट में?
डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के मसले पर मध्यस्थता करने को कहा था और इसके लिए वह तैयार हैं? ट्रंप क्यों झूठ बोल रहे हैं? देखिए 'आशुतोष की बात' में क्या है सचाई?
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए प्रियंका गाँधी का नाम लिया जा रहा है। लेकिन राहुल गाँधी क्या प्रियंका को अध्यक्ष बनने देंगे? और यदि वह बन गईं तो क्या अपने तरीक़े से काम कर पाएँगी। देखिए 'आशुतोष की बात' में वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री की आशुतोष के साथ बातचीत?
साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा है कि नाली और शौचालय साफ़ कराना मेरा काम नहीं है। इस पर बीजेपी की इतनी किरकिरी हुई कि पार्टी नेतृत्व ने प्रज्ञा की क्लास ली। प्रधानमंत्री की चेतावनी के बावजूद वह क्यों देती रही हैं विवादास्पद बयान? देखिए आशुतोष की बात में क्या है पूरा मामला।
धोनी को लेकर आजकल ये अटकलें लगायी जा रही हैं कि उसे संन्यास ले लेना चाहिए। 38 साल की उम्र में वह टीम का भविष्य नहीं हो सकता। कप्तान विराट कोहली उसे पसंद करते हैं। तो धोनी की टीम में क्या होगी जगह?
दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वह 81 साल की थीं। देखिये आशुतोष कैसे याद करते हैं, शीला दीक्षित का क्या रहा है दिल्ली के विकास में योगदान और वह किस तरह की नेता थीं।