loader

कर्नाटक विधान परिषद उपाध्यक्ष धर्मे गौड़ा ने ख़ुदकुशी की?

कर्नाटक विधान परिषद के उपाध्यक्ष धर्मे गौड़ा की मौत से प्रदेश में शोक की लहर फैल गयी है। कई राजनेता सदमे में हैं। जेडीएस के धर्मे गौड़ा का शव उनके गृह ज़िले चिकमगलूर में रेल पटरी के पास मिला है । पुलिस सूत्रों ने बताया कि शव के पास एक चिट्ठी भी मिली है।

सूत्रों ने इस चिट्ठी में क्या लिखा है, इस बारे में कुछ भी बताने से साफ़ इनकार कर दिया है। पुलिस को शक है कि धर्मे गौड़ा ने ख़ुदकुशी की है। संदेह है कि धर्मे गौड़ा ने रेलगाड़ी के नीचे कूदकर जान दे दी। उनका शव क्षत-विक्षत स्थिति में मिला। 

मामला क्या है?

बता दें कि पिछले दिनों कर्नाटक विधान परिषद में ज़बरदस्त हंगामा हुआ था। जैसे ही धर्मे गौड़ा परिषद की कार्यवाही की अध्यक्षता करने सभापति की कुर्सी पर बैठे, कांग्रेसी विधायकों ने उन्हें ज़बरन कुर्सी से उतार दिया। कुछ कांग्रेसी विधायकों ने धर्मे गौड़ा के साथ धक्कामुक्की भी की। इस हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।

हुआ यूँ था कि सत्ताधारी बीजेपी ने विधान परिषद के अध्यक्ष के  प्रतापचंद्र शेट्टी के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। शेट्टी कांग्रेस के नेता हैं। चूँकि अविश्वास प्रस्ताव उन्हीं के ख़िलाफ़ था वे सभा की कार्यवाही का संचालन नहीं कर सकते थे। उपसभापति होने के नाते धर्मे गौड़ा सभापति की कुर्सी पर बैठे। बस यहीं से कांगेसी नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। धर्मे गौड़ा को खींचकर कुर्सी से उतार दिया गया।

जेडीए-बीजेपी दोस्ती

कांग्रेस के विधायकों की इस कार्यवाही की वजह से जेडीएस के नेता बहुत नाराज़ हुए। एच. डी. देवेगौड़ा और उनके बेटे कुमारस्वामी ने कांग्रेस से दोस्ताना संबंध तोड़ने का मन बना लिया। साथ ही यह फ़ैसला भी लिया कि वे बीजेपी के साथ मिलकर कांग्रेस के नेता प्रतापचंद्र शेट्टी को विधानसभा अध्यक्ष पद से उतारेंगे। 

राजनीतिक गलियारे में यह बात भी चर्चा का विषय बन गयी कि बीजेपी और जेडीएस के बीच राजनीतिक समझौता होने वाला है। अफ़वाह यह भी उड़ी कि जेडीएस का बीजेपी में विलय हो जाएगा।

लेकिन दोनों पार्टियों ने नेताओं ने विलय की बात को खारिज कर दिया और अटकलबाज़ी पर विराम लगाने की कोशिश की।

गौड़ा बन सकते थे अध्यक्ष

पिछले कुछ दिनों से यही चर्चा चल रही थी कि बीजेपी और जेडीएस मिलकर शेट्टी को पहले अध्यक्ष पद की कुर्सी से उतारेंगे और फिर अपने नेताओं में से किसी एक को अध्यक्ष बनाएँगे। अध्यक्ष पद के लिए जेडीएस के नेताओं बसवराज होरट्टी और मौजूद उपाध्यक्ष धर्मे गौड़ा ने नामों को लेकर चर्चा चल रही थी। बीजेपी अपने किसी नेता को अध्यक्ष बनाने की कोशिश में लगी थी। 

इसी बीच उपाध्यक्ष धर्मे गौड़ा की लाश संदेहास्पद स्थिति में मिलने से सभी चौंक गये हैं। धर्मे गौड़ा पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा और उनके दोनों बेटों – कुमारस्वामी और रेवन्ना के क़रीबी थे। सभी पार्टियों के नेताओं से भी उनके संबंध अच्छे थे।

विवादों से दूर रहने वाले धर्मे गौड़ा उस समय सुर्खियों में आये जब उन्हें ज़बरन सभापति की कुर्सी से उतारा गया। उन्हें  कुर्सी से उतारे जाने की तसवीरें वायरल हुईं। सभी ने कांग्रेसी नेताओं की इस कार्यवाही की निंदा की। 

दुखी थे गौड़ा

इस घटना के कुछ दिनों बाद ही उसने शव के मिलने से कई सवाल खड़े हुए हैं। कुछ लोगों का कहना है कि कुर्सी से ज़बरन उतारे जाने की घटना के बाद से ही वे उदास रहने लगे थे। इस घटना से उन्हें काफी दुख पहुँचा था और मानसिक पीड़ा हुई थी।

धर्मे गौड़ा की संदेहास्पद मौत से कर्नाटक की राजनीति में नया भूचाल आने की संभावना है। निशाने पर कांग्रेस के नेता रहेंगे, ख़ास तौर पर वे नेता जिन्होंने धर्मे गौड़ा को ज़बरन कुर्सी से उतारा था।

वैसे तो अभी तक किसी नेता ने इस मौत पर खुलकर राजनीतिक बयान नहीं दिया है और सभी को पुलिस के आधिकारिक बयान का इंतज़ार है, लेकिन विश्लेषकों का कहना है की अगर ख़ुदकुशी की पुष्टि हो जाती है, तब राजनीतिक हड़कंप मचेगा।

मुख्यमंत्री येदियुरप्पा, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामयया जैसे बड़े नेताओं ने धर्मे गौड़ा के निधन पर शोक जाहिर किया है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
दक्षिणेश्वर

अपनी राय बतायें

कर्नाटक से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें