मुकेश अंबानी एंटीलिया विस्फ़ोटक मामले की जांच कर रही एनआईए ने बुधवार को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि परमबीर से पूछताछ एनआईए के एक आईजी लेवल के अफसर ने की। सूत्रों से पता चला है कि चार घंटे तक चली पूछताछ में एनआईए के अधिकारियों ने परमबीर से सचिन वाजे के साथ संबंधों के बारे में सवाल-जवाब किये।
इसके अलावा पूर्व एसीपी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा से भी एनआईए ने पूछताछ की।
परमबीर सिंह बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे एनआईए के दफ्तर पहुंचे। एनआईए ने परमबीर से सचिन वाजे की गतिविधियों के बारे में पूछताछ की। परमबीर और सचिन वाजे के संबंध काफी अच्छे थे और यही कारण था कि वाजे सीधे परमबीर को रिपोर्ट किया करता था और इसी वजह से परमबीर ने वाजे को क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट का हेड बनाया था। परमबीर पर आरोप है कि शुरुआत में एंटीलिया केस की जांच भी उन्होंने सचिन वाजे को ही सौंपी थी।
परमबीर-वाजे की मुलाकात
जिस समय एंटीलिया कांड हुआ था उस दौरान वाजे ने परमबीर से कई-कई घंटे तक उनके दफ़्तर में मुलाकात की थी और ये उस समय चर्चा का विषय बन गया था। वाजे के रुतबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह कभी भी अपने सीनियर अधिकारी को सैल्यूट नहीं मारता था, क्योंकि सभी को पता था कि वाजे पुलिस कमिश्नर परमबीर का खासमखास है।
यही कारण है कि एनआईए परमबीर से पूछताछ कर यही पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर वाजे के इतने बड़े प्लान का उन्हें पता कैसे नहीं लगा।
प्रदीप शर्मा से पूछताछ
इसके बाद एनआईए ने मुंबई पुलिस के पूर्व एसीपी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को भी पूछताछ के लिए बुलाया। एक समय में प्रदीप शर्मा एपीआई सचिन वाजे के सीनियर थे और उस दौर में दोनों ने कई एनकाउंटर भी किये थे।
प्रदीप शर्मा एनआईए के घेरे में सचिन वाजे की कॉल डिटेल के चलते आये हैं। एटीएस ने एनआईए को सौंपी अपनी रिपोर्ट में बताया था कि मनसुख हिरेन ने 4 मार्च को अंतिम कॉल अंधेरी ईस्ट के पास से की थी और इसके बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था।
प्रदीप शर्मा अंधेरी ईस्ट में ही रहते हैं और इसी वजह से प्रदीप शर्मा एटीएस के घेरे में आ गए और एनआईए प्रदीप शर्मा से वाजे के साथ उनके संबंधों को लेकर पूछताछ कर रही है।
शर्मा का शिव सेना कनेक्शन
बता दें कि एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने 2019 के विधानसभा चुनाव में शिव सेना का हाथ थाम लिया था और नालासोपारा से चुनाव भी लड़ा, लेकिन शर्मा चुनाव हार गए थे। इससे काफी पहले ही वाजे भी शिव सेना ज्वाइन कर चुका था। इसलिए सचिन वाजे और प्रदीप शर्मा और काफी करीब आ गए। लखन भैया के फर्जी एनकाउंटर केस में शर्मा जेल की भी हवा खा चुके हैं।
पुलिस अफ़सरों से पूछताछ जारी
एंटीलिया विस्फ़ोटक और मनसुख हत्याकांड केस में एनआईए कई पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर चुकी है। एपीआई काज़ी से एनआईए ने कई दौर में पूछताछ की है जो कि वाजे के साथ उसकी टीम में थे। पिछले हफ़्ते एनआईए ने क्राइम ब्रांच के एक डीसीपी से भी इसी केस के सिलसिले में पूछताछ की थी। सूत्रों का कहना है कि अभी एनआईए कई और पुलिस अफसरों को पूछताछ के लिए बुला सकती है।
वाजे की कस्टडी बढ़ी
बुधवार को सचिन वाजे की एनआईए की कस्टडी खत्म हो रही थी लेकिन उसे एनआईए की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 9 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है। इसके अलावा इसी केस में गिरफ्तार किए गए विनायक शिंदे और नरेश गौर को अदालत ने 21 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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