लॉकडाउन के कारण काम-धंधे बंद होने से प्रवासी मजदूर पंजाब छोड़ने के लिए तैयार बैठे हैं। इससे इंडस्ट्री चलाने वालों और खेती-किसानी करने वालों पर आफ़त टूट पड़ी है।
कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन और कर्फ्यू ने ग़रीबों को बेजार कर दिया है। ऐसे हालात में भी पंजाब के लाखों ग़रीब केंद्र सरकार से मिलने वाले आधिकारिक राशन से वंचित हैं।
पंजाब के पटियाला में कुछ लोगों ने रविवार सुबह एक पुलिस अफ़सर का हाथ काट दिया और कुछ पुलिस कर्मियों को घायल कर दिया। पुलिस लॉकडाउन को सही तरीक़े से पालन किए जाने का सख़्ती से लागू करवा रही थी।
बीते 50 दिन में 1,70, 209 एनआरआई पंजाब आए। यह वह वक़्त था जब कोरोना वायरस चीन सहित कई देशों में पैर पसार चुका था। लेकिन भारत सरकार की कड़ी हिदायतों के बावजूद इनमें से अधिकांश ने मेडिकल जाँच नहीं करवाई।
कोरोना वायरस की गंभीरता के मद्देनज़र सोमवार दोपहर 2 बजे से समूचे पंजाब के 22 ज़िलों और संबंधित कस्बों-गाँवों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसकी घोषणा राज्य सरकार ने की है।