अदनान सामी को पद्म श्री अवार्ड मिलने के बाद से ही सोशल मीडिया में हंगामा मचा हुआ है। आम लोग तो इसे लेकर कमेंट कर ही रहे हैं, राजनीतिक दल भी इसमें कूद पड़े हैं। ट्विटर पर सामी को पद्म श्री मिलने के पक्ष और विरोध में लगातार बयानबाज़ी हो रही है।
कांग्रेस के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल सामी को पद्म श्री मिलने पर काफ़ी मुखर हैं और ट्विटर पर लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। शेरगिल ने इस पर तंज किया और कहा कि सामी को यह पुरस्कार बीजेपी सरकार की चमचागिरी करने के कारण मिला है। शेरगिल ने ट्विटर पर वीडियो जारी कर सवाल उठाया था, ‘पाकिस्तान के ख़िलाफ़ लड़ने वाला भारत का सिपाही घुसपैठिया और पाक वायुसेना के अफ़सर के बेटे को सम्मान क्यों?’ शेरगिल का मतलब मुहम्मद सना उल्लाह से था जिन्होंने कारगिल की लड़ाई लड़ी थी लेकिन एनआरसी में नाम न आने के कारण उन्हें डिटेंशन कैंप में भेज दिया गया था। शेरगिल ने यह भी सवाल उठाया था कि पद्म श्री के लिए समाज में योगदान ज़रूरी है या सरकार का गुणगान?
3 Q’s to BJP Govt on #PadmaShri for #adnansami :
— Jaiveer Shergill (@JaiveerShergill) January 26, 2020
1. Why Indian Soldier like Mohd Sannaullah is declared foreigner via NRC & Son of Pakistan Air Force Pilot is given Padma Shri?
2. Is contribution “Yogdan” to society or BJP Govt “Gungan” praise new criteria?
3. Is this New India? pic.twitter.com/vYxVGuOR8q
Hey kid, did you get ur brain from a ‘Clearance Sale’ or from a second hand novelty store?
— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 26, 2020
Did they teach u in Berkley that a son is to be held accountable or penalised for the acts of his parents? And ur a lawyer?😳
Is that what u learned in law school? Good luck with that!😂 https://t.co/s1mgusEdDr
इसके बाद दोनों में ट्विटर वॉर शुरू हो गया। जयवीर ने एक और ट्वीट कर सामी को जवाब दिया और कहा, ‘अंकल, मैं आपकी भाषा में जवाब दे सकता हूं लेकिन भारतीय संस्कृति हमें अपने दुश्मनों की भी इज्जत करना सिखाती है और आप तो अभी-अभी सीमा पार करके यहां आए हैं और मुझे लगता है कि अभी आप सीख ही रहे हैं।’
Don’t ’Uncle’ me NOW & talk nonsense about knowing “Indian” culture NOW when in ur statement u hv d audacity of using uncouth words such as “Chamchagiri” which speaks volumes of ur lack of ‘culture’ & disregard 4 any form of respect 4 elders which is d ESSENCE of INDIAN CULTURE!! https://t.co/LeGNGkN7HR
— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 27, 2020
इसके बाद जयवीर शेरगिल का जवाब आया और उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मुझे ऐसे आदमी से भारतीय संस्कृति के बारे में भाषण की ज़रूरत नहीं है जिन्होंने ट्विटर पर तालियां बटोरने के लिए अपने पिता से ही किनारा कर लिया हो।’ शेरगिल ने ट्वीट में आगे पूछा, ‘आप बस इतना बता दीजिये कि पिछले पाँच साल में आपने भारत के लिये क्या पाँच काम किये?’
अदनान सामी मूल रूप से पाकिस्तानी नागरिक थे और 2016 में उन्हें भारत की नागरिकता दी गई थी। अदनान सामी के पिता अरशद सामी पाकिस्तान की एयर फ़ोर्स में थे और 1965 में भारत के ख़िलाफ़ जंग लड़ चुके थे।
हालांकि कांग्रेस में भी अदनान सामी को पद्म श्री दिये जाने को लेकर नेताओं की अलग-अलग राय है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सामी को पद्म श्री मिलने पर बधाई दी है। इससे पहले कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कहा था कि सामी को पद्म श्री देने के फ़ैसले से लोगों को झटका लगा है।
अपने-अपने तर्क
सामी को पद्म श्री देने का विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि एक ओर नागरिकता संशोधन क़ानून, नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजंस के जरिये मुसलमानों को देश से बाहर करने की कोशिश की जा रही है जबकि पाकिस्तान से यहां आए मुसलमानों को पद्म श्री पुरस्कार दिया जा रहा है। जबकि सामी को पद्म श्री देने का स्वागत करने वाले ख़ेमे का कहना है कि सामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी का सपोर्ट करते हैं, इसलिए कुछ लोग उन्हें पद्म श्री देने का विरोध कर रहे हैं।
‘130 करोड़ भारतीयों का अपमान’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अदनान सामी को पद्म श्री पुरस्कार दिये जाने को 130 करोड़ भारतीयों का अपमान बताया है। महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री और पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा है कि अब कोई भी पाकिस्तानी नागरिक ‘जय मोदी’ का नारा लगाकर भारत की नागरिकता हासिल कर सकता है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भी इस फ़ैसले पर सवाल उठाया है। मनसे नेता अमेय खोपकर ने ट्वीट कर कहा है कि सामी मूल रूप से भारतीय नहीं हैं और एमएनस उन्हें पद्म श्री देने की निंदा करती है और इसे वापस लिया जाना चाहिए।
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