तमाम तरह की आशंकाओं के बीच अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। ईस्ट कोस्ट के कई इलाकों मसलन न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और वर्जीनिया में लोगों ने मतदान केंद्रों पर जाकर मतदान करना शुरू कर दिया है।
यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में अलग-अलग 6 जगहों पर हुए आतंकवादी हमलों में 5 लोग मारे गए हैं। किसी गुट ने ज़िम्मेदारी नहीं ली है, पर सरकार ने इन वारदातों को आतंकवादी हमला क़रार दिया है।
न्यूज़ीलैंड में भी अब भारतीय मूल की एक महिला मंत्री बनी हैं। प्रियंका राधाकृष्णन पहली भारतीय हैं जो वहाँ मंत्री बनी हैं। वह पहली पीढ़ी की आप्रवासी हैं। यानी उनके पुरखे वहाँ जाकर नहीं बसे थे। वह भारत में जन्मी और न्यूज़ीलैंड में पढ़ाई करने गई थीं।
राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने वर्षों से जड़ें जमाए बैठी राजनीतिक व्यवस्था और नौकरशाही को उखाड़ फेंकने के नाम पर देश के बुनियादी मूल्यों की ही बलि चढ़ा दी है।
अफ़ग़ानिस्तान के काबुल विश्वविद्यालय के परिसर में हमला कर आतंकवादियों ने 25 लोगों को मार दिया है। सोमवार को हुई इस वारदात में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच कई घंटे चली गोलीबारी में कई पुलिस वाले भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के अब बस कुछ घंटे ही रह गए हैं। अटकले तेज़ है कि कौन चुनाव जीतेगा। साथ ही एक सवाल उभर कर सामने आ रहा है कि अगर ट्रंप चुनाव हार गये तो क्या वो पूरी शालीनता से पद छोड देंगे?
फ़्रांस में पिछले दिनों जो कुछ हुआ उसने हमें अपने पास- पड़ोस के स्वरों से यह सुनिश्चित करवा दिया कि हम लगातार और बुरी तरह से रेजीमेंटेड होते चले जा रहे हैं।
पूर्व स्पीकर सरदार अयाज़ सादिक़ ने भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को लेकर बयान क्या दिया, इमरान ख़ान सरकार उनके ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज करने की तैयारी में है।
अमेरिका में 59वें राष्ट्रपतीय आम चुनाव चल रहे हैं। चुनाव के लिए 3 नवंबर का दिन तय है लेकिन मतदान अब तक सवा 9 करोड़ से ज़्यादा लोग अपना वोट डाल चुके हैं। काउंटियाँ या तहसीलें चुनाव कराती हैं। जानिए, क्या है चुनाव प्रक्रिया।
अमेरिका के 50 राज्यों में से कुछ राज्य ऐसे हैं जो असल में राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम तय करते हैं। इस बार ऐसे 12 राज्य हैं जो चुनाव में किसी भी दिशा में जा सकते हैं और इसी आधार पर तय हो सकता है कि डोनल्ड ट्रंप जीतेंगे या फिर जो बाइडेन।
शार्ली एब्दो के कार्टून विवाद के बीच हिंसा की ख़बरों के बीच ही फ्रांस के लियोन शहर में एक चर्च के बाहर पादरी को गोली मार दी गई। न तो हमलावर की पहचान हो पाई है और न ही हमले के पीछे की वजह का पता चल पाया है।
कई मुसलिम-बहुल राष्ट्रों के तीखे विरोध और निजी हमले के बावजूद अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मुद्दे पर फ़्रांसीसी राष्ट्रपति के अड़े रहने से कई सवाल खड़े होते हैं। क्या यह वाकई यूरोपीय और इसलामी सभ्यताओं का संघर्ष है?
क्या अमेरिका में गृहयुद्ध की तैयारियाँ चल रही हैं? क्या वहाँ बड़े पैमाने पर चुनाव पश्चात ख़ून-ख़राबा की आशंका है? क्या राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप वाकई चुनाव नतीजा उनके अनुकूल नहीं होने पर उसे नहीं मानेंगे और पद से नहीं हटेंगे?
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी के आला नेताओं की चार दिनों तक चले सालाना अधिवेशन के बाद 29 अक्टूबर को जो नतीजे घोषित किये गए हैं उससे साफ हुआ है कि चीन की सत्ता पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पकड़ मजबूत बनी हुई है।