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सिद्धार्थ शुक्ला की मौत मामले में फूंक-फूंक कर क़दम क्यों रख रही पुलिस?

फ़िल्म अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला की मौत के एक दिन बाद भी अभी तक यह साफ़ नहीं हुआ है कि आख़िरकार सिद्धार्थ की मौत किस वजह से हुई। सिद्धार्थ का पोस्टमार्टम हो चुका है लेकिन ना तो डॉक्टर और ना ही मुंबई पुलिस सिद्धार्थ की मौत के बारे में कुछ कह पा रहे हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद पुलिस और डॉक्टरों की टीम इस मामले में फूंक-फूंक कर क़दम रख रही है। यही कारण है कि पुलिस ने सिद्धार्थ शुक्ला के शरीर का हिस्टोपैथोलॉजी स्टडी कराने का फ़ैसला किया है, जिसकी जाँच रिपोर्ट से पता लग पाएगा कि सिद्धार्थ शुक्ला की मौत किस वजह से हुई। हिस्टोपैथोलॉजी में शरीर की कोशिकाओं में बदलाव का अध्यन होता है। हालाँकि प्रथम दृष्टि में परिवार के बयानों के अनुसार इसे हार्ट अटैक से मौत ही बताया जा रहा है।

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फ़िल्म अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला की मौत की पुष्टि मुंबई के कूपर अस्पताल के डॉक्टरों ने गुरुवार सुबह 10:30 बजे उस समय की जब शुक्ला के पार्थिव शरीर को अस्पताल लाया गया था। उसके बाद जैसे ही पुलिस को शुक्ला की मौत के बारे में जानकारी मिली फौरन ही एक टीम कूपर अस्पताल पहुँच गई। उसने सिद्धार्थ शुक्ला के शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते मुंबई पुलिस के कमिश्नर हेमंत नगराले ने इलाक़े के डीसीपी की देखरेख में एक 6 सदस्यीय पुलिस टीम का गठन कर दिया जो शुक्ला की मौत मामले की जांच कर रही है। 

गुरुवार को जिस समय सिद्धार्थ शुक्ला का पोस्टमार्टम किया जा रहा था उस समय मुंबई पुलिस की एक टीम भी वहाँ पर मौजूद थी। पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई है ताकि भविष्य में उठने वाले सवालों से बचा जा सके। 

इसके अलावा पुलिस ने सिद्धार्थ शुक्ला की मां, उनकी दोनों बहनों और दूसरे अन्य लोगों के भी बयान दर्ज किए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने कूपर अस्पताल के उस मेडिकल अफसर का भी बयान दर्ज किया है जिसने सिद्धार्थ शुक्ला को मृत घोषित किया था।

डॉक्टरों ने सिद्धार्थ की शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शुरुआती रिपोर्ट में सिद्धार्थ के शरीर पर बाहरी या भीतरी कोई भी चोट के निशान नहीं मिले हैं।

लेकिन डॉक्टरों और पुलिस की टीम बिसरा जांच का इंतज़ार कर रही है जिससे यह साफ़ हो पाएगा कि आख़िरकार मौत की वजह क्या रही। डॉक्टरों की टीम ने सिद्धार्थ के विसरा को सुरक्षित रख लिया है और उसे जांच व केमिकल एनालिसिस के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया है।

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हिस्टोपैथोलॉजी स्टडी से लगेगा पता

पिछले साल जब बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले से सबक़ लेते हुए मुंबई पुलिस ने सिद्धार्थ शुक्ला की मौत के मामले में उनकी बॉडी का हिस्टोपैथोलॉजी स्टडी कराने का फ़ैसला किया है। 

मुंबई के सीनियर डॉक्टर आशीष तिवारी का कहना है कि वैसे तो आमतौर पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत की वजह का पता लग जाता है लेकिन हाई प्रोफाइल मामलों में पुलिस और डॉक्टरों की टीम अक्सर मृतक व्यक्ति का हिस्टोपैथोलॉजी स्टडी भी कराती है। जिसके ज़रिए शरीर के छोटी-छोटी कोशिकाओं को जांच के लिए भेजा जाता है और उससे यह पता लग जाता है कि कहीं किसी तरह के सेवन करने से तो मौत नहीं हुई है। इसके अलावा इस टेस्ट के ज़रिए यह भी पता लगता है कि मृतक व्यक्ति ने ड्रग्स का सेवन तो नहीं किया था।

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महाराष्ट्र पुलिस के रिटायर्ड एडिशनल डायरेक्टर जनरल पी के जैन का कहना है कि पुलिस के सामने ऐसे कई मामले आते हैं जहाँ पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की असली वजह जानने में कुछ कठिनाई आती है। ऐसी स्थिति में पुलिस और डॉक्टरों की टीम मौत की असली वजह जानने के लिए हिस्टोपैथोलॉजी स्टडी कराती है। आमतौर पर हिस्टोपैथोलॉजी की रिपोर्ट में 6 महीने से 1 साल तक का समय लग जाता है लेकिन अगर केस हाई प्रोफाइल होता है तो पुलिस की मांग पर इसकी रिपोर्ट 10 से 15 दिनों में आ जाती है।

इसी बीच शुक्रवार को कूपर अस्पताल के डॉक्टरों ने सिद्धार्थ शुक्ला के पार्थिव शरीर को तमाम जांच पड़ताल और पोस्टमार्टम के बाद उनके घर वालों को सौंप दिया।

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सोमदत्त शर्मा

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