अखिलेश यादव राष्ट्रीय लोकदल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और महान दल के साथ गठबंधन कर चुके हैं। देखना होगा कि क्या आम आदमी पार्टी भी उनके साथ आती है।
अखिलेश और शिवपाल सिंह यादव साथ आएंगे या नहीं, यह सवाल उत्तर प्रदेश की सियासत में पूछा जा रहा है। इस बीच, शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश को अल्टीमेटम दे दिया है।
कृषि क़ानूनों की वापसी के बाद भले ही आरएलडी का गठबंधन बीजेपी के साथ होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन गठबंधन सपा के साथ हो जाने की ख़बर है। जानिए, कितनी सीटों पर बनी सहमति और क्या हैं इसके मायने।
किसानों ने बार कहा था कि वे उनकी मांग माने बिना बॉर्डर्स से नहीं हिलेंगे। लेकिन पांच राज्यों के चुनाव और इसमें संभावित राजनीतिक नुक़सान को देखते हुए बीजेपी और मोदी सरकार को ये फ़ैसला लेना पड़ा।
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ हुए आंदोलन के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सियासी माहौल बेहद गर्म रहा। कांग्रेस ने भी किसानों की आवाज़ को पुरजोर ढंग से उठाया।
प्रियंका की कोशिश है कि कांग्रेस मजबूत दल के रूप में उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़े, हालांकि चुनौतियां बहुत हैं लेकिन फिर भी कांग्रेस महासचिव ने पूरी ताक़त लगा दी है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्र का ज़िक्र क्यो किया? वह भी उन्होंने उनका ज़िक्र परिवारवाद के संदर्भ में किया। क्या परिवारवाद के कारण श्रीपति मिश्र को कुर्सी गंवानी पड़ी थी?