सोशल मीडिया पर शेयर किए गए कुछ वीडियो में चीनी अधिकारी घरों के बाहर लोहे की छड़ें लगाते दिखते हैं। तो क्या वुहान में पिछले साल कोरोना को फैलने से रोकने में सफलता का राज यही है?
अमेरिकी ख़फ़िया अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि तालिबान 90 दिनों के अंदर अफ़ग़ानिस्तान सरकार पर क़ब्ज़ा कर लेगा। इस बीच देश के नौवें प्रांत ग़ज़नी पर तालिबान ने नियंत्रण कर लिया है।
तालिबान ने छह दिनों के अंदर अफ़ग़ानिस्तान के आठ प्रांतों पर क़ब्ज़ा कर लिया है। ताजिकिस्तान से सटे इलाक़े बदक्शान की राजधानी फ़ैजाबाद पर उसके लड़ाकों ने बुधवार की सुबह नियंत्रण कर लिया।
तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान के छह प्रांतों पर क़ब्ज़ा कर लिया है, हज़ारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और हज़ारों सड़कों पर चल रहे हैं। मानवीय संकट खड़ा हो गया है, जिसके बढने की आशंका जताई जा रही है।
संयुक्त राष्ट्र के इंटर गवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज ने अपनी छठी रिपोर्ट में कहा है कि जलवायु परिवर्तन की स्थिति अनुमान से बदतर है और जो नुक़सान हो चुका है, वह ठीक नहीं होगा या उसमें हज़ारों साल लगेंगे।
कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से उन देशों के लोगों को ज़्यादा ख़तरा होगा जहाँ कोरोना के टीके कम लगाए गए हैं। आख़िर ये देश कौन हैं जहाँ टीके काफ़ी कम लगाए गए?
अफ़ग़ानिस्तान के तीन प्रांतों की राजधानियों में तालिबान के लड़ाके दाखिल हो चुके हैं, लश्कर गाह में सडकों पर लाशें हैं और काबुल में रक्षा मंत्री के घर पर आत्मघाती हमला हुआ है।
चीन के जिस वुहान शहर में सबसे पहले कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया था वहाँ की पूरी आबादी की अब कोरोना की जाँच की जाएगी। इस शहर में एक साल बाद पहली बार स्थानीय संक्रमण का मामला सामने आया है।